बिग बॉस 19: क्या अवेज़ दरबार की एलिमिनेशन पहले से तय थी? Bigg Boss 19
बिग बॉस 19 के “वीकेंड का वार” एपिसोड ने एक बड़ा सरप्राइज दिया — अवेज दरबार का एलिमिनेशन। दर्शक, कंटेस्टेंट और सोशल मीडिया सभी ही स्तब्ध थे।
अवेज ने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट शेयर की, कहकर:
“Bigg Boss 19 की जर्नी इतनी जल्दी खत्म होगी — मैंने नहीं सोचा था। … मेरे दोस्त, मेरी यादें, वह घर मेरा अपनापन जैसा लगने लगा था।” The Times of India+1
उसी समय, उनकी बहन अनाम दरबार ने कहा कि यह विश्वास करना मुश्किल है कि अवेज को कम वोट मिलने पर ही बाहर होना पड़ा — क्योंकि वे हर जगह ट्रेंड कर रहे थे। The Times of India
यानी, शुरुआत से ही यह संकेत मिल रहा था कि यह एलिमिनेशन “साधारण वोटिंग परिणाम” नहीं हो सकता।
2. नॉमिनेशन और अंदर की लड़ाइयां
अवेज को इस हफ्ते कई प्रतियोगियों के साथ नॉमिनेट किया गया था — जिसमें अश्नूर कौर, प्रणित मोरे आदि भी शामिल थे। Hindustan Times+1
लेकिन तब भी, उनकी सोशल मीडिया फॉलोविंग की वजह से (लोग मानते हैं) यह बहुत मायने रखता कि वे कितने वोट पा रहे हैं। Hindustan Times+2Moneycontrol+2
इसके पहले, उनकी भाभी गौहर खान शो में आई थीं और उन्हें एक “रियलिटी चेक” दिया— यह कहा गया कि यदि वह खेल नहीं खेलेंगे, तो वो खो जाएंगे। Hindustan Times+1
(यानि, उस समय यह सचेत संकेत बन गया कि अवेज की स्थिति नाजुक है।)
तो सवाल उठता है: क्या यह संकेत था कि पहले से ही निर्णय हो चुका था?
3. वाइल्ड कार्ड एंट्री का साया — शुबी जोशी
सबसे विवादित अफ़वाह ये है कि अवेज की एक्स-गर्लफ्रेंड शुबी जोशी को शो में वाइल्ड कार्ड एंट्री दी जाएगी — और इससे द्रामा बढ़ेगा। BollywoodShaadis+2Moneycontrol+2
रिपोर्ट्स कहती हैं कि मेकर्स ने इस एंट्री पर अभी तक स्पष्ट नकार नहीं किया था, जिससे दरबार परिवार चिंतित हो गया। Moneycontrol
कुछ सूत्रों का दावा है कि परिवार ने “वोलंटरी एग्जिट” की शर्त के लिए मेकर्स को राशि दी, ताकि अवेज को मुकाबले से बाहर किया जाए—खासकर इस डर से कि अगर शुबी आ गईं, तो रिश्तों और इमेज को लेकर नए विवाद खुल सकते हैं। India Forums+3BollywoodShaadis+3Moneycontrol+3
यह आरोप इतना ज़ोरदार हो गया कि दरबार परिवार ने तुरंत बयान जारी किया और सारी अटकलों को “बेसलेस” ठहराया। उनका कहना है कि उनमें से किसी ने ऐसा कोई भुगतान नहीं किया, और शो के मेकर्स ने यह फैसला अपने स्तर पर लिया। India Forums
4. पटकथा या कंट्रोल रूम की चाल?
जब बिग बॉस जैसा शो होता है, तो दर्शक हमेशा अनुमान लगाते हैं कि कितनी हिस्सेदारी वास्तविक है और कितनी “कंट्रोल रूम” द्वारा तय की जाती है।
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सवाल उठा कि अगर अवेज पहले से ही तय था कि बाहर होंगे, तो सलमान खान ने उन्हें सलाह क्यों दी? India Forums+2Moneycontrol+2
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दूसरा, रिपोर्ट्स कह रही हैं कि मूलतः नीलम गिरि को बाहर किया जाना था, लेकिन अंतिम समय में फैसला बदल गया और अवेज को बाहर का “ड्रामा” दिया गया। India Forums+2India Forums+2
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यह भी कहा जा रहा है कि कंट्रोल रूम ने ट्रिपल नॉमिनेशन वाली स्थिति को बदला, ताकि अवेज की एग्जिट ज्यादा इफेक्टफुल दिखे। India Forums+2Moneycontrol+2
इन सबको मिलाकर, यह धारणा बन रही है कि यह एलिमिनेशन ड्रामेटिक पॉप बढ़ाने वाला रणनीतिक कदम था — न कि एक सामान्य वोटिंग निष्कर्ष।
5. प्रतिक्रिया: समर्थन और आलोचना
अवेज के जाने पर कई हस्तियों ने विरोध जताया।
एल्विश यादव ने इसे “अनफेयर” कहा और कहा कि गौहर खान को समझाने बुलाया गया, लेकिन फिर भी उन्हें बाहर करना अजीब था। The Times of India+1
संदीप सिकंद, शिल्पा शिरोडकर जैसे कलाकारों ने कहा कि बावज़ूद नकारात्मकता और बूलिंग के माहौल में, अवेज एक दमदार और सकारात्मक उपस्थिति थे। The Times of India
वहीं सोशल मीडिया पर लोग दो ध्रुवों में बंटे हैं — कुछ का कहना है कि “मेकर्स को TRP चाहिए”, कुछ लोग अवेज के समर्थन में हैं।
6. निष्कर्ष: सच क्या हो सकता है?
तथ्यों के आलोक में, हम यह कह सकते हैं:
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अवेज दरबार का एलिमिनेशन पूरी तरह से योजनाबद्ध होने का सक्ष्य हमें मिलने वाला प्रमाण बहुत कम है — यह अभी भी अफ़वाओं का हिस्सा है।
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मगर अनिश्चितता बड़ी है: मीडियाई रिपोर्ट्स, कंट्रोल रूम के फैसले, और मुख्य किरदारों की भूमिका — ये सब मिलकर सवाल खड़े करते हैं कि क्या यह निर्णय “स्वेच्छा से” लिया गया या “डिज़ाइन किया गया”?
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दरबार परिवार का सख्त इनकार, मेकर्स का चुप्पी, और शो की शैली — ये मिलकर पर्दे के पीछे रणनीति का अनुमान दिलाते हैं।
अगर मैं अपनी राय दूँ: ऐसा लगता है कि यह एलिमिनेशन कुछ हद तक स्ट्रेटेजिक था — न कि पूरी तरह से “निर्धारित”, बल्कि एक अंतर्विरोधी संरचना जिसमें कंटेस्टेंट की स्थिति, शो की आवश्यकताएँ, और बाहरी विवादों का समावेश है।
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